"संस्कृत विषय हेतु निबंध सरल और याद करने में आसान"
"संस्कृतभाषाया: महत्त्वम्"
1. संस्कृत-भाषा अस्माकं देशस्य प्राचीनतमा भाषा अस्ति।
(संस्कृत भाषा हमारे देश की सबसे पुरानी भाषा है।)
2. प्राचीनकाले सर्वे एव भारतीयाः संस्कृतभाषाया एव व्यवहारं कुर्वन्ति स्म।
(प्राचीन काल में सभी भारतीय संस्कृत भाषा का ही प्रयोग/बातचीत करते थे।)
3. कालान्तरे विविधाः प्रान्तीयाः भाषाः प्रचलिताः अभवन्, किन्तु संस्कृतस्य महत्त्वम् अद्यापि अक्षुण्णं वर्तते।
(समय के साथ अनेक प्रांतीय भाषाएं प्रचलित हुईं, लेकिन संस्कृत का महत्व आज भी बना हुआ है।)
4. सर्वे प्राचीनग्रन्थाः चत्वारो वेदाश्च संस्कृतभाषायामेव सन्ति।
(सभी प्राचीन ग्रंथ और चारों वेद संस्कृत भाषा में ही हैं।)
5. संस्कृतभाषा भारतराष्ट्रस्य एकतायाः आधारः अस्ति।
(संस्कृत भाषा भारत राष्ट्र की एकता का आधार है।)
6. संस्कृतभाषायाः स्वरूपं पूर्णरूपेण वैज्ञानिकं अस्ति।
(संस्कृत भाषा का स्वरूप पूरी तरह से वैज्ञानिक है।)
7. अस्य व्याकरणं पूर्णतः तर्कसम्मतं सुनिश्चितं च अस्ति।
(इसका व्याकरण पूरी तरह तर्कसंगत और सुनिश्चित है।)
8. आचार्य-दण्डिना सम्यगुक्तम्- ‘‘भाषासु मुख्या मधुरा दिव्या गीर्वाणभारती’’।
(आचार्य दंडी ने ठीक कहा है - 'भाषाओं में मुख्य, मधुर और दिव्य देववाणी (संस्कृत) है'।)
9. अधुनाऽपि सङ्गणकस्य कृते संस्कृतभाषा अति उपयुक्ता अस्ति।
(आज भी कंप्यूटर के लिए संस्कृत भाषा बहुत उपयुक्त है।)
10. संस्कृतभाषैव भारतस्य प्राणभूता भाषा अस्ति।
(संस्कृत भाषा ही भारत की प्राण (जान) है।)
11. राष्ट्रस्य ऐक्यं च साधयति।
(और यह राष्ट्र की एकता को सिद्ध करती है।)
12. भारतीयगौरवस्य रक्षणाय एतस्याः प्रसारः सर्वैरेव कर्तव्यः।
(भारतीय गौरव की रक्षा के लिए इसका प्रसार हम सभी को करना चाहिए।)
13. अतएव उच्यते- 'संस्कृतिः संस्कृताश्रिता'।
(इसलिए कहा जाता है - 'संस्कृति संस्कृत पर ही आश्रित है'।)

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