संस्कृत - महाकवि कालिदास ( निबंध ) - Madhya Pradesh Teachers News

मंगलवार, 23 दिसंबर 2025

संस्कृत - महाकवि कालिदास ( निबंध )

                                        " महाकवि कालिदास "

( छात्रों को याद करने के लिए सरल और आसान निबंध )




 1. महाकविः कालिदासः मम प्रियः कविः अस्ति।

   (महाकवि कालिदास मेरे प्रिय कवि हैं।)

 2. सः संस्कृतभाषायाः श्रेष्ठतमः कविः अस्ति।

   (वह संस्कृत भाषा के सबसे श्रेष्ठ कवि हैं।)

 3. सः कविकुलशिरोमणिः अस्ति।

   (वह कवियों के कुल में शिरोमणि (रत्न) हैं।)

 4.  कालिदासेन त्रीणि नाटकानि, द्वे महाकाव्ये, द्वे गीतिकाव्ये च रचितानि।

   (कालिदास ने तीन नाटक, दो महाकाव्य और दो गीतिकाव्य रचे हैं।)

 5.  कालिदासः महाराजाविक्रमादित्यस्य सभाकविः आसीत्।

   (कालिदास महाराज विक्रमादित्य के राजकवि थे।)

 6.  तस्य जन्मभूमिः उज्जयिनी आसीत्।

   (उनकी जन्मभूमि उज्जैन थी।)

 7. कालिदासस्य लोकप्रियतायाः कारणं तस्य प्रसादगुणयुक्ता ललिता शैली अस्ति।

   (कालिदास की लोकप्रियता का कारण उनकी प्रसाद गुण से युक्त सुंदर शैली है।)

 8. कालिदासः प्रकृतिचित्रणे अतीव पटुः अस्ति।

   (कालिदास प्रकृति चित्रण में बहुत कुशल हैं।)

 9.  कालिदासस्य कृतिषु कृत्रिमतायाः अभावः अस्ति।

   (कालिदास की रचनाओं में बनावटीपन नहीं है।)

 10. कालिदासस्य ‘उपमा प्रयोगः’ अपूर्वः।

   (कालिदास का 'उपमा' (अलंकार) का प्रयोग अनोखा है।)

 11. अतः साधूच्यते- ‘उपमा कालिदासस्य’।

   (इसलिए ठीक ही कहा गया है - 'उपमा कालिदासस्य' यानी उपमा तो कालिदास की ही श्रेष्ठ है।)


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