शिक्षक भर्ती में जिला स्तर पर तैयार आरक्षण रोस्टर से नए कैंडीडेट को समस्या
पदो के बंटवारे से उम्मीदवार निराश
मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए 2 विभागों की संयुक्त भर्ती प्रक्रिया 17 नवंबर से शुरू हो रही है। इसके लिए 18527 से ज्यादा पदों पर भर्ती निकाली गई है। इसमें 10 हजार 82 पद एसटी वर्ग के लिए आरक्षित हैं। आरक्षण रोस्टर जिला स्तर पर तैयार किए गए हैं। लेकिन ओवर ऑल पदों के बंटवारे से उम्मीदवार निराश हो रहे हैं। दरअसल कुल पदों में से 25 प्रतिशत पद यानी 4626 पद अतिथि शिक्षकों के हिस्से में चले गए। इसके अलावा जो 13881 पद बचे, वह सभी कैटेगरी (अनारक्षित, एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस) के सामान्य कैंडीडेट्स (सामान्य यानी जो उम्मीदवार अतिथि शिक्षक नहीं है ) के लिए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 7562 पद सिर्फ एसटी वर्ग के लिए आरक्षित हैं यानी इनमें 54 प्रतिशत पद एसटी वर्ग के हैं। उम्मीदवारों का कहना है कि उन्हें इस बात की नाराजगी नहीं है कि एसटी के लिए ज्यादा पदों पर भर्ती की जा रही है। आक्रोश इस बात का है कि अनारक्षित ओबीसी सहित अन्य श्रेणी में पद बहुत कम विज्ञापित किए हैं। अभी ऐसे उम्मीदवार जो अतिथि शिक्षक नहीं है उनके लिए आरक्षित श्रेणी में 16 प्रतिशत एससी के लिए 10 प्रतिशत ओबीसी के हिस्से में 14.66 प्रतिशत पद ही आ रहे हैं।
ऐसे में एसटी को छोड़कर अन्य वर्गों में अवसर कम मिल रहे हैं। 18527 पदों में से 10082 पद एस टी वर्ग में आए है। ओबीसी सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों का कहना है कि हम कहां जाएंगे। शिक्षक भर्ती उम्मीदवारों ने शासन प्रशासन से मांग की है कि भर्ती प्रक्रिया में सामान्य वर्ग व ओबीसी का ध्यान रखा जाए।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें