अतिथि शिक्षकों की ताजा खबर - Madhya Pradesh Teachers News

शुक्रवार, 11 नवंबर 2022

अतिथि शिक्षकों की ताजा खबर

 अतिथि शिक्षकों की ताजा खबर


मध्यप्रदेश की सरकार ने अतिथि शिक्षकों का शोषण ही नहीं उनके विश्वास और भविष्य के साथ छल किया है

        सतना। जिले सहित मप्र के स्कूल शिक्षाविभाग में 12-13 वर्ष से कार्य कर रहे अनुभवी और योग्य अतिथि शिक्षकों के साथ भेदभाव एवं दोहरी नीति अपनाना शिक्षाविभाग एवं शासन द्वारा देखा जा सकता है कि उच्च शिक्षाविभाग में कार्यरत अतिथि विद्वानों के लिए सरकार द्वारा आदेशित किया है कि अतिथि विद्वानों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी और दूसरी ही तरफ आप यह भी देख सकते हैं कि सरकार किस तरह cm rise school के लिए प्राचार्य न मिल पाने की स्थिति में नियम शिथिल किए और अनुभव को वरीयता देते हुए प्राचार्यों की व्यवस्था की जा रही है और स्पष्ट कथन लिखा हुआ है कि वे भी सम्मिलित हैं। जिनको बिना परीक्षा दिए शिक्षक बनाया गया था। परंतु स्कूल शिक्षाविभाग में पूर्ण योग्यताधारी अतिथि शिक्षक जो कि पिछले कई वर्षो से शिक्षाविभाग को आधार देते हुए आए हैं इनके अनुभव और योग्यता को दरकिनार करते हुए शासन ने इनको न केवल बेरोजगार किया और अभी भी लगातार बेरोजगार करने का सिलसिला जारी है। शासन की तरफ से इनको किसी भी प्रकार का कोई लाभ प्रदान नहीं किया गया है और शासन एवं विभाग इनसे वार्तालाप करने के लिए भी तैयार नहीं ताकि इनकी समस्या का समाधान निकले।

एक तरफ मुख्यमंत्री रोजगार मेले का उद्घाटन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ 70 हजार मे से 30-40 हजार अतिथि शिक्षकों को वेरोजगार कर दिया गया है जिनके ऊपर उनको परिवार की जिम्मेदारी है। 8-10-12-13 वर्ष कार्य करने के बावजूद भी अतिथि शिक्षकों को न तो वर्षवार अनुभव के अंक प्रदान किए गये और न ही इनके नियमितीकरण के लिए कोई सुसंगत योजना शासन प्रशासन के द्वारा बनायी गयी। विगत एक माह पहले ही शिवराजसिंह चौहान ने नसरूगंज में अतिथि शिक्षकों से ये कहा कि विभागीय परीक्षा तो दो बार परंतु आज तक ये नहीं बताया कि कब हो रही विभागीय परीक्षा।

   

इनका कहना है


प्रदेश भर के अतिथि शिक्षकों का मामाजी मुख्य मंत्री ने दशक भर से शोषण किया है पढ़े लिखे शिक्षित बेरोजगार लोगों को शिक्षा विभाग में कार्य करने का सम्मान तो मिला लेकिन पद और वेतन नहीं मिला सरकार की दोहरी नीति स्पष्ट मानवीय अधिकारों का हनन है सरकार अपनी जरूरते तो पूरी कर लेती है लेकिन जरूरतमंदों को उनका हक नहीं दिया जा रहा है भाजपा सरकार में सबसे ज्यादा अतिथि शिक्षकों के साथ साथ छल कपट हुआ है अतिथि शिक्षकों के साथ दोहरी नीति एवं भेदभाव किया जा रहा है सरकार ने अतिथि शिक्षकों के साथ छल शोषण तो किया ही है भविष्य भी बर्बाद कर दिया।

विष्णुदत्त मिश्र
ब्लाक अध्यक्ष अतिथि शिक्षक संघ ब्लाक मझगवा

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